महाकाल मंदिर उज्जैन: रोज एक लाखों श्रद्धालु आने की उम्मीद ,यदि सावन में बन रही है महाकाल दर्शन की योजना, जानिए यहां की व्यवस्थाएं
सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू होगा और अधिक मास के कारण इस बार देश-दुनिया से प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं के महाकाल मंदिर पहुंचने की उम्मीद है।
सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू होगा और अधिक मास के कारण इस बार देश-दुनिया से प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं के महाकाल मंदिर पहुंचने की उम्मीद है। आने वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से कई तरह के इंतजाम किये गये हैं।
भस्म आरती में शामिल होने के लिए
यदि आप बाबा महाकाल के दर्शन करने की योजना बना रहे हैं, तो हम आपको मंदिर में व्यवस्था के बारे में पूरी जानकारी देते हैं। मंदिर में पहले स्थानांतरित होने वाली भस्म आरती के बारे में चर्चा करें, इसके लिए आपको online और offline दोनों तरीकों से अनुमति दी जाएगी। हालांकि, भक्तों को पूरे समय आरती में मौजूद नहीं रहने दिया जाएगा, उन्हें चलते हुए दर्शन कराए जाएंगे।
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4 जुलाई से 11 सितंबर तक गर्भगृह में प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित
4 जुलाई से 11 सितंबर तक गर्भगृह में प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है। केवल पंडे पूजारी ही बाबा की पूजा और अर्चना के लिए अंदर जा सकते हैं। जो लोग शीघ्र दर्शन करना चाहते हैं, उन्हें 250 रुपये का टिकट खरीदना होगा, जो online मंदिर की website पर उपलब्ध होगा।
कावड़ यात्री मंगलवार से शुक्रवार तक बाबा के जलाभिषेक के लिए प्रवेश
प्रोटोकॉल और विशेष अनुमति प्राप्त लोगों को आरती के दौरान नंदीहाल से दर्शन करने की अनुमति होगी, लेकिन इस संख्या की सीमा होगी। देशभर से आने वाले कावड़ यात्री मंगलवार से शुक्रवार तक बाबा के जलाभिषेक के लिए आ सकते हैं, बाकी दिनों में उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
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जानिए महाकाल मंदिर में प्रवेश के लिए मार्ग
सामान्य दर्शनार्थियों को महाकाल लोक से प्रवेश कराते हुए फैसिलिटी सेंटर 2 से पुराने फैसिलिटी सेंटर के जरिए नई टनल में प्रवेश कराया जाएगा। 250 रुपये के टिकट धारक चार नंबर गेट से मंदिर में प्रवेश करेंगे और विश्राम धाम के सभा मंडप में जाकर बैरिकेड से दर्शन करने के बाद निर्गम मार्ग से बाहर निकलेंगे।
VIP गेट नंबर 1 प्रवेश करेंगे, जो महाकाल प्रशासनिक कार्यालय के सामने स्थित है। वहीं, वीवीआईपी लोगों को निर्माल्य गेट से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। नियमित दर्शन करने के लिए पहुंचने वाले भक्तों को गेट नंबर 4 से विश्राम धाम के सभा मंडप तक पहुंचाया जाएगा, जहां बैरिकेड्स से दर्शन कराए जाएंगे। नियमित रूप से आने वाले भक्तों को हरिओम जल के तहत भस्म आरती से पहले जल अर्पण करने की अनुमति दी जाएगी।
मंदिर की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क
ड्रोन कैमरे और CCTV कैमरे से भी निगरानी की जाएगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्री महाकाल लोक के निर्माण के बाद से भक्तों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सावन और अधिक मास होने के कारण इस साल उम्मीद से ज्यादा पर्यटक उज्जैन आ सकते हैं। अनुमान के मुताबिक, रोजाना एक लाख से ज्यादा लोग उज्जैन आएंगे। मंदिर की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।
पार्किंग व्यवस्था
इंदौर एवं देवास की ओर से आने वाले वाहन चालक अपने वाहन नृसिंह घाट के सामने एवं कार्तिक मेला मैदान पर पार्क कर सकते हैं। आगर और मक्सी की ओर से आने वाले लोगों को अपने वाहन छत्री चौक मल्टी लेवल पार्किंग में पार्क करने होंगे। बड़नगर एवं उन्हेल से आने वाले दर्शनार्थी अपने वाहन कर्क राज मंदिर के साथ भील समाज की धर्मशाला में पार्क कर सकते हैं।
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अन्य व्यवस्थाएँ
महाकाल प्रशासनिक भवन, बड़ा गणेश के सामने और चारधाम में जूता-चप्पल स्टैंड बनाया जाएगा और सभी के पास मोबाइल लॉकर की सुविधा भी उपलब्ध होगी। प्रशासनिक कार्यालय, चारधाम, हरसिद्धि, बड़ा गणेश मंदिर के पास लड्डू प्रसादी के लिए काउंटर बनाए जाएंगे। शीघ्र दर्शन के लिए टिकट प्रोटोकॉल कार्यालय, गेट नंबर 1 और 4 से और ऑनलाइन प्राप्त किए जा सकते हैं।
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