धर्म

navratri poojan : कम समय में कैसे करें नवरात्रि पूजन?

navratri poojan

शारदेय नवरात्रि 2022 (navratri poojan) के समय भारत भर में पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है, लोग माता की आराधना में लीन हो जाते हैं और देवी जी सभी भक्तों पर अपनी असीम कृपा बरसाती हैं। इस जानकारी में हम आपको बताएंगे कम समय में माता की आराधना कैसे करें। . . .

navratri poojan के दौरान कई लोग विधिवत रूप से माता की रोज़ पूजा करते हैं, कलश की स्थापना करते हैं, अखंड ज्योत जलाते हैं, हवन करते हैं और कन्या पूजन भी करते हैं।

यह भी पढ़िए – Navratri 2022: जानें नवरात्रि का शुभारंभ – शुभ मुहूर्त

navratri poojan में कई माता के भक्त ऐसे भी होते हैं, जो माता के आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए पूजा तो करना चाहते हैं, लेकिन उनके पास समय की काफी कमी होती है। ऐसे लोगों में विद्यार्थी, नौकरी पेशा, व्यापारी और कई अन्य लोग शामिल हैं। इसके अलावा कुछ लोग शारीरिक समस्यायों या किसी बीमारी के कारण भी विधि-विधान से पूजा करने में असमर्थ होते हैं। आज हम ऐसे सभी लोगों की नवरात्रि को अधिक शुभ बनाने के लिए यह खास जानकारी लेकर आए हैं।

यह भी पढ़िए – Bank Of Baroda Recruitment 2022: यहाँ जानें कुल पद, पात्रता, अंतिम तिथि और फॉर्म कैसे जमा करें

सबसे पहले जानते हैं navratri poojan की सान पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री के बारे में

CREATIVE FILMS INDORE PHOTOGRAPHY

पूजा के लिए ज़रूरी सामग्री

एक चौकी,
लाल कपड़ा,
अक्षत,
माता जी की प्रतिमा या चित्र,
गणेश जी की प्रतिमा या चित्र,
पीतल या तांबे का कलश/लोटा,
सिक्का,
पुष्प,
लाल चुनरी,
मौली,
मिट्टी का बड़ा दीपक,
लौंग, इलायची,
ऋतु फल,
बताशे,मिश्री और कपूर।

यह भी पढ़िए – PFI RAID: जानिए पीएफआई की हर वो बात, जो आप जानना चाहते हैं

यह सभी सामग्री पूजा से कुछ दिन पहले एकत्रित कर लें। नवरात्रि के प्रथम दिन आप प्रातःकाल उठकर स्नानादि कार्यों से निवृत हो जाएं और स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद ही पूजन विधि का प्रारंभ करें|

navratri poojan इस प्रकार करें आसानी से पूजा

01 सबसे पहले पूजन स्थल पर चौकी लगा लें और इसपर लाल रंग का कपड़ा बिछा लें।

02 चौकी पर कुछ अक्षत यानी बिना टूटे चावल रखें और इसपर देवी दुर्गा जी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।

नोट: आप बिना अक्षत के भी देवी जी की प्रतिमा की स्थापना कर सकते हैं और अगर आप चौकी भी नहीं लगा सकते हैं तो घर के मंदिर को ही शुद्ध और स्वच्छ करके वहां पर देवी जी का पूजन करें।

अब navratri poojan शुरू करें

03 एक लोटे या कलश में शुद्ध जल भर लें।

04 इसके अंदर एक सिक्का डालें।

05 अब इसके ऊपर चावल से भरी एक प्लेट रख दें।

06 इस कलश को माता की प्रतिमा के बाएं ओर 9 दिनों के लिए रख दें। इसे आपको रोज़ स्थापित नहीं करना है।

07 इसके पश्चात् आप पूजन स्थल पर गणपति जी की प्रतिमा को विराजमान करें, अगर आपके पास प्रतिमा नहीं है तो सुपारी के रूप में भी बप्पा जी को विराजमान कर सकते हैं।

08 भगवान गणेश और देवी दुर्गा जी पर पुष्प से शुद्ध जल का छिड़काव करें।

09 अगर आप अखंड ज्योत नहीं जला पा रहे हैं तो आप केवल घी का दीपक जला लें।

10 दीप प्रज्वलित करने के बाद गणेश जी, माता रानी, कलश और दीपक को हल्दी-कुमकुम का तिलक लगाएं।

11 भगवान गणेश और देवी जी को वस्त्र स्वरूप कलावा या मौली अर्पित करें, साथ ही फूल भी अर्पित करें।

(वैसे तो माता दुर्गा को श्रृंगार की सामग्री भी चढ़ाई जाती है, लेकिन अगर ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है तो आप एक लाल चुनरी या लाल वस्त्र अवश्य माता को चढ़ाएं।)

12 भोग में बताशे, मिश्री, और फल अर्पित कर सकते हैं।

13 हवन के स्थान पर आप एक मिट्टी के पात्र या बड़े दीपक में कपूर जला लें और इसमें लौंग का 1 जोड़ा ज़रूर रख दें। कुछ लोग लौंग के दो जोड़े भी अग्नि में डालते हैं।

14 यह हवन माता को दिखाएं और पूरे घर में भी दिखाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। यह 9 दिनों तक रोज़ जलाएं।

15 आरती से पहले आप भगवान गणेश और माँ दुर्गा को समर्पित काफी आसान लेकिन प्रभावी मंत्रों का जाप कर सकते हैं

‘वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देवसर्वकार्येषु सर्वदा॥’

‘या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

या देवी सर्वभूतेषु मातृ-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ .

या देवी सर्वभूतेषु चेतनेत्यभि-धीयते। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥’

16 अंत में धूप दिखाएं और भगवान गणेश और माता जी की आरती उतारें।

17 अंत में भगवान जी से अपनी भूल-चूक के लिए क्षमा ज़रूर मांगे।

इस प्रकार आपकी पूजा संपन्न हो जाएगी, आप इस प्रकार 9 दिनों तक माता की पूजा अर्चना आसानी से कर सकते हैं। हर रोज़ आप चौकी को साफ अवश्य करें और पूजा से पहले वहां गंगाजल का छिड़काव करें।

इस तरह करें navratri poojan में कन्या पूजन

आप विधिवत कन्या पूजन की जगह छोटी कन्यायों को घर पर बुलाकर फल, दक्षिणा, माता को चढ़ाया गया प्रसाद, मिठाई, या दही-जलेबी खिला सकते हैं। आपको जितनी कन्याएं मिलें, उनको अपनी श्रद्धा और क्षमता के अनुसार दान-दक्षिणा दें।
आपको बता दें, कन्यापूजन के बिना भी आप यह पूजा कर सकते हैं।

दोस्तों, पूजा में सबसे महत्वपूर्ण देवी जी के प्रति आपकी सच्ची आस्था होती है। अगर आप सच्चे मन से ध्यान लगाकर देवी जी की आराधना करते हैं, तो उनकी कृपा आपको निश्चित् रूप से मिलती है।

जुड़िये News Merchants Team से – देश, दुनिया, प्रदेश, खुलासा, बॉलीवुड, लाइफ स्टाइल, अलग हटके, धर्म, शेयर बाज़ार, सरकारी योजनाओं आदि कृषि सम्बंधित जानकारियों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp के ग्रुप ज्वाइन करें हमारे को Facebook पेज को like करें-शेयर करें।

Related Articles

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker